(पत्रकार अनिल अग्रवाल)
लक्ष्मणगढ़ (अलवर)। 21 सितम्बर 2020 अनिश न्यूज़।
कठूमर पंचायत समिति अन्तर्गत ग्राम पंचायत अड़ौली की सरपंच रतनी देवी के 24 अगस्त 2020 को निधन हो जाने के पश्चात 21 सितम्बर 2020 को वार्ड पंचों की बैठक कठूमर के विकास अधिकारी दिनेश कटारा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में 11 वार्ड पंचों ने भाग लिया। अड़ौली ग्राम पंचायत की सीट सामान्य महिला के लिए आरक्षित है। ऐसी स्थिति में केवल वार्ड पंच महिला ही सरपंच बन सकती है। उक्त ग्राम पंचायत में कुल 7 महिला वार्ड पंच है। दिनांक 21 सितम्बर को ग्राम पंचायत अड़ौली राजीव गांधी सेवा केन्द्र में दोपहर 11 बजे से सभी 11 वार्ड पंचों की बैठक ली गई। जिसमें 2 वार्ड पंच आदिबा माणकपुर व लक्ष्मी देवी अड़ौली ने सरपंच हेतु अपना आवेदन प्रस्तुत किया।
अड़ौली के ग्राम विकास अधिकारी राधेश्याम मीणा ने बताया कि गुप्त मतदान प्रणाली द्वारा मतपेटी में सभी 11 वार्ड पंचों ने अपना मतदान किया। जिसमें वार्ड पंच आबिदा के पक्ष में 6 मत प्राप्त हुए। वहीं वार्ड पंच लक्ष्मी देवी के पक्ष में 5 मत प्राप्त हुए। इस प्रकार आबिदा माणकपुर गोठड़ी 1 मत से विजयी घोषित की गई। जिसके बाद विकास अधिकारी दिनेश कटारा ने आबिदा को सरपंच का चार्ज सौंपा।
इस दौरान अतिरिक्त विकास अधिकारी यशवंत शर्मा, पीईओ बाबूलाल मीणा, पीईओ शिवलाल मीणा, कनिष्ट सहायक हितेश गोयल मौजूद थे। वहीं ग्रामीणों में भी नए सरपंच के चुने जाने को लेकर उत्सुकता बनी रही। इस दौरान दर्जनों लोग मौजूद थे।
सरपंच रतनी देवी का 24 अगस्त को हुआ था निधन:-
रतनी देवी पत्नी स्व. श्री समय सिंह मूलतः ग्राम अड़ौली की रहने वाली थी। कठूमर पंचायत समिति के अन्तर्गत आने वाली 47 ग्राम पंचायतों के चुनाव 17 जनवरी 2020 को सम्पन्न हुए थे। अड़ौली ग्राम पंचायत की सीट सामान्य महिला के लिए आरक्षित थी। जिसमें 13 उम्मीदवारों ने अपना भाग्य आजमाया था। रतनी देवी को कुल 439 मत प्राप्त हुए थे। रतनी देवी 40 मतों से विजयी घोषित हुई थी। कठूमर पंचायत समिति के अन्तर्गत सर्वाधित उम्र की सरपंच थी। सरपंच रतनी देवी का निधन 24 अगस्त 2020 को हुआ था।
More Stories
भीषण गर्मी में धधकते अंगारों के बीच 13वां दिन, शनि मन्दिर रायपुर में संत कर रहे है धूणी तपस्या, 16 जून तक चलेगी धूणी तपस्या
शनि मंदिर लक्ष्मणगढ़ पर मनाया स्थापना दिवस, मौनी बाबा के आगमन पर दर्शनों के लिए उमड़े श्रृद्धालू, भण्डारें में हजारों भक्तों ने पाई प्रसादी
इस मंत्र से प्रसन्न होते हैं अग्नि देव – श्री अग्नि मंत्र